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Mystery Man: क्या Time Traveler था वो? एक रहस्यमयी शख्स की कहानी "बंद कमरे के अंदर से ही ना जाने कहां गायब हो गया"

Mystery of A Mystery Man: Time Traveler:

ये दुनिया रहस्यों से घिरी हुई है. बहुत सी अफवाहों के साथ कई ऐसी सच्ची घटनाएं भी हैं, जिन पर यकीन कर पाना बहुत मुश्किल है. 66 साल पहले जापान एयरपोर्ट पर उतरे एक अनजान यात्री की कहानी भी कुछ इसी तरह रहस्यमयी है. 1954 में टोक्यो के हेनेडा एयरपोर्ट पर एक यात्री उतरता है.

अनजान यात्री

अन्य यात्रियों की तरह वह भी चैक आउट काउंटर की तरफ बढ़ता है. उसका पासपोर्ट वेरीफिकेशन के लिए लिया जाता है. यहां तक सब सामान्य था लेकिन यही बात तब आसामान्य हो जाती है जब पासपोर्ट चेक करने वाले की नज़र उस देश के नाम पर जाती है जहां का ये व्यक्ति निवासी है. उस देश का नाम होता है टॉरेड.

इस देश के बारे में वहां मौजूद किसी भी कस्टम अधिकारी ने कभी नहीं सुना. उस अनजान यात्री से पूछताछ होती है. उससे जापान आने की वजह पूछी जाती है तो वो बताता है कि वह यहां एक बिजनेस ट्रिप पर आया है. उसके अनुसार उसका ये देश फ्रांस और स्पेन के मध्य कहीं स्थित पासपोर्ट पर लगी अन्य देशों की मोहर सही थी, उस व्यक्ति के कागजात सही थे फिर भला गलत क्या था? गलत ये था कि जिस देश से आने का दावा वह व्यक्ति कर रहा था वह देश दुनिया में कहीं मौजूद ही नहीं. जिस कंपन्नी का कर्मचारी वो खुद को बता रहा था उस कंपन्नी का कहना था कि उसका इस तरह के किसी व्यक्ति से कोई संबंध नहीं.

इसी तरह वह जापान जिस कंपन्नी में मीटिंग के लिए आया उन्होंने भी ऐसे किसी व्यक्ति की जानकारी को झुठला दिया. जिस होटल में यह व्यक्ति अपने ठहरने की बात कह रहा था उस होटल में भी उसके नाम की कोई बुकिंग नहीं थी. 

परेशान कस्टम ने जब उस अनजान यात्री को वर्ल्ड मैप दिखा कर उसमें उसे अपना देश खोजने को कहा तो उसकी उंगली एंडोरा नामक देश पर जा कर रुक गयी और वो झुंझला गया. उसका दावा था कि यह मैप गलत है क्योंकि यहां एंडोरा की जगह टॉरेड का नक्शा होना चाहिए. उसने ये भी कहा कि उसका देश वहां 1000 सालों से स्थित है.

उस यात्री की हर बात कस्टम अधिकारियों को उलझा रही थी. लेकिन उसके दस्तावेज फर्जी नहीं लग रहे थे. और तो और उसके पासपोर्ट पर इससे पूर्व टोक्यो की कई यात्राओं की मोहर लगी हुई थी. मामले को उलझता देख एयरपोर्ट अथोरिटी ने एक होटल के कमरे में पुलिस कस्टडी के साथ उस अंजान यात्री के ठहरने की व्यवस्था उन्हें लगा इससे उन्हें इस रहस्यमयी शख्स के बारे में गहराई से जानने का समय मिलेगा. मगर हर किसी की आंखें फटी की फटी तब रह गयीं जब अगली सुबह वह शख्स उस बंद कमरे के अंदर से ही ना जाने कहां गायब हो गया. इतना ही नहीं बल्कि जो दस्तावेज पुलिस ने उससे बरामद किये थे वे सब भी गायब थे.

वह शख्स कौन था, कहां से आया था और ये टॉरेड देश का क्या राज था ये सब आज 66 सालों बाद भी एक रहस्य बना हुआ है. कई रिपोर्ट्स में ये बात भी कही गयी कि वो शख्स टाइम ट्रेवलर था जो गलती से इस समय में आ गया था. हालांकि इस तरह की किसी बात की कभी पुष्टि नहीं हुई है.