तो आइए जानते अंडमान और निकोबार द्वीप समूह के बारे में -
अंडमान निकोबार एक द्वीप समूह है जो बंगाल को खड़ी में स्थित है। अंडमान निकोबार द्वीप समूह भारत के पूर्वी तट से लगभग 1,200 किलोमीटर दूर बंगाल की खाड़ी में स्थित है।
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अंडमान और निकोबार द्वीप समूह |
जिसमें कुल जिले तीन है.
1. उत्तर मध्य अंडमान
2.दक्षिण अंडमान
3. निकोबार।
निम्नलिखित जनजातीय -:
अंडमान निकोबार में मुख्य रूप से आघा, ओंगे, जाईवा, सेंटनिलिस, शोम्पेन जनजातिया पाई जाती है।
2011 के अनुसार इसकी कुल आबादी 3,79,944 है.
इस द्वीप की मुख्य विशेषता यह है कि यह सबसे बड़ा द्वीप माना जाता है जिसकी प्रमुख नदी कल्पोंग नदी है
जानने योग्य बाते -:
जिस जेल के नाम से सभी डरते है वह जेल अंडमान और निकोबार द्वीप पर स्थित है
इस जेल का नाम कालापनी जेल है।
इसमें सेलुलर जेल है जिसकी नींव 1896-97 में रखी गई थी जिसे 1906 में पूरा कर दिया गया। इसमें विशेषकर काला पानी जेल है जो ऑक्टोपस आकृति की है यह साथ लाइनों में बनी होती है ऑक्टोपस की तरह।
इसमें से चार लाइन टूट चुकी है और वर्तमान में तीन लाइन ही दिखाई देती है.
23 दिसंबर 2004 में अंडमान और निकोबार में सुनामी आई थी।
इसका सबसे ऊंचाई वाला भाग सैंडल चोटी है जो उत्तरी भारत में स्थित है सैंडल चोटी की ऊंचाई 737 मीटर है।
अंडमान और निकोबार में 2 ज्वालामुखी स्थित है
1. बैरन का ज्वालामुखी
2. नारकोडस का ज्वालामुखी
बैरन का ज्वालामुखी अभी भी सक्रिय माना जाता है यह पूर्व में सन 1787, 2005, 2017-18 में फटा था।
बैरन ज्वालामुखी एक मात्र सक्रिय ज्वालामुखी है जो अंडमान निकोबार पर स्थित है।
अंडमान निकोबार समुद्र के नीचे की कुल लंबाई 590 किलोमीटर है।
इसमें एकमात्र इंटरनेशनल एयरपोर्ट वीर सावरकर इंटरनेशनल
एयरपोर्ट स्थित है।
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